गर्भवती (Pregnant) होने से बचने के क्या कुछ घरेलू उपाय है?

प्राचीन काल से गर्भनिरोधक अभ्यास को जाना जाता रहा है, कि योनि के अंदर वस्तुओं को डालने से, प्रतिरक्षा प्रणाली सक्रिय हो जाती है और निषेचन से बचा जाता है (शरीर की इस गुणवत्ता के लिए आईयूडी का उपयोग किया जाता है)। हालांकि, महिलाओं ने सरसों या तानसी के बीजों का इस्तेमाल किया, जो कि इसके अमूर्त गुणों के लिए जाना जाता है, निषेचन में भी।

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गर्भवती होने से बचने के लिए घरेलू उपाय

1. सूखी अंजीर

सूखी अंजीर अनचाही प्रेगनेंसी से बचने के लिए बहुत ही असरदार उपाय है। यह तरीका काफी आसान है। जब भी आप सेक्स करें उसके पश्चात आप कुछ सूखी अंजीर खा लें। इसका सेवन तब तक करें जब तक आपको आपके अगली माहवारी न आ जाए। सूखी अंजीर का सेवन करने से आपके लहू का दौरा भी अच्छे से होगा।

2. पपीता

आम तौर पर ग़र्भवति औरत को फल खाने के लिए कहा जाता है लेकिन पपीता एक ऐसा फल है जिससे परहेज करने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसीलिए क्यूकी पपीता प्रेगनेंसी को रोकता है। सेक्स करने के पश्चात सुबह शाम पपीते का जूस पिएं या खाएं लगभग 4 – 5 दिनों के लिए। इससे प्रेगनेंट होने की संभावना बहुत हद तक कम हो जाती है।

3. गाजर के बीज

पुराने वक्त में अनचाही प्रेगनेंसी को रोकने के लिए जंगली गाजर के बीजों का सेवन किया जाता था। और यह आज भी एक सबसे असरदार उपायों में से एक है। इसका तरीका बहुत ही सरल है – एक चम्मच पानी में एक चम्मच गाजर के बीज को अच्छे तरीके से मिला लें। जब भी आपको अनचाही प्रेगनेंसी न चाहिए हो तो इसका सेवन करना शुरू कर दें।

4. माहवारी का ध्यान रखें

अनचाही प्रेगनेंसी से बचना है और बिना किसी रोक के सेक्स का भी आनंद लेना है तो आपको माहवारी के दिनों में सारी जानकारी रखना बहुत ही आवश्यक बन जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मासिक धर्म समाप्त होने के बाद 5 – 10 दिनों के अंदर का वक्त प्रेगनेंट होने के लिए सबसे सही माना जाता है और इसीलिए ही जिन लोगों को बच्चा नहीं चाहिए वो इन दिनों में सेक्स न करें और अगर करना भी है तो कंडोम का प्रयोग करें।

5. नीम

अगर आप प्राकृतिक तरीके से अनचाही प्रेगनेंसी को रोकना चाहते हैं तो नीम एक असरदार औषधि है। नीम को स्पर्म मोटिलिटी को घटाने के लिए माना जाता है जिसके नतीजे से गर्भ में बच्चा बनने की प्रक्रिया को रोका जा सकता है।
नीम का प्रयोग अनचाही प्रेगनेंसी को रोकने के लिए और भी तरीके से किया जा सकता है। जिन औरतों को प्रेगनेंट होने का शक है तो वो नीम के पत्ते चबाया करें। नीम का तेल भी गर्भ को रोकने में सहायक है। इसके लिए नीम के तेल का इंजेक्शन औरत के फैलोपियन ट्यूब तथा गर्भाशय के जुड़ने वाली जगह पर डाला जाता है जिससे बहुत जल्दी से ही स्पर्म खत्म हो जाते हैं और इसके लिए आपको किसी अच्छे हस्पताल में जाना होगा।

6. तिल (Sesame seeds)

तिल का सेवन गर्भ को रोकने में बहुत मददकर साबित होता है। तिल का इस्तेमाल खाने में कुछ दिनों तक लगातार करें। इससे प्रेगनेंट होने कि संभावना कम हो जाएगी।

7. आंजेलिका

हिंदी में आंजेलिका को चोरका बेहदा से जाना जाता है। यह प्रेगनेंसी को रोकने में बहुत ही सहायक है। यूटेरिनी कॉन्ट्रैक्शंस करवा के आपके गर्भ को बाहर करने में उपयोगी होती हैं। इसका उपयोग सेक्स के 2 सप्ताह के बीच करना है और इसे एक अच्छा उपाय भी माना जाता है। आंजेलिका के जड़ की चाय बना कर दिन में 2 बार सेवन करें। और आप ऐसा भी कर सकती हैं कि इसकी जड़ को 10 मिनट्स तक चबाएं।

8. विटामिन सी (C)

गर्भ को रोकने के लिए विटामिन सी भी एक अच्छा विटामिन माना गया है। यह प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन के असर को घटा के गर्भवती होने की संभावनाओं को खत्म करती है। यह सिर्फ अपने डॉक्टर की सलाह से लें। कुछ औरतें इसकी गोली को सेक्स करने से पूर्व अपनी योनि में भी रख देती हैं जिसके कारण स्पेर्म्स नष्ट हो जाते हैं।

9. नीली कहोष और काली कहोष

यह दोनों एक ही परिवार के हैं। इन्हें भारत में आप ऑनलाइन आर्डर करके मंगवा सकते हैं। नीली कहोष आपके शरीर में ऑक्सैटोसिन हॉर्मोन की मात्रा को ज़्यादा कर अनचाही प्रेगनेंसी को रोकता है। इसी तरह काली भी यही काम करती है। इनकी जड़ी बूटियों की बनी चाय दिन में 2 या 3 बार पीने से गर्भ नहीं ठहरता। इनका उपयोग करने से पहले अपने डाक्टर की सलाह अवश्य ले लें।

10. हींग

भारत में हींग का प्रयोग अनचाही प्रेगनेंसी से छुटकारा पाने के लिए बहुत ही ज़्यादा किया जाता है। पानी में हींग को मिलाकर पीने से रुका हुआ गर्भ निकल जाता है।

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